जापान और यूरोप में बैकवर्ड रनिंग काफी प्रचलित है और इसे ‘रेट्रो रनिंग’ भी कहते हैं। जापान में लोगों का मानना है कि ऐसा करने से पुरानी जॉगिंग की अपेक्षा तेजी से फैट वर्न होता है। आपके घुटनों पर कम दबाव पड़ता है और इससे ज्वाइंट्स पेन की समस्या नहीं होती। रेट्रो रनिंग के दौरान आंखें आगे की तरफ होने के कारण हम पीछे नहीं देख पाते हैं और इसलिए हमारी महसूस करने की क्षमता बढ़ जाती है। इसलिए उल्टे पांव चलना या दौड़ना सभी उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है। इससे हम दिमागी और शारीरिक तौर पर फिट रहते हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको उल्टे पांव भागने के अनेक फायदों के बारे में बता रहे हैं।
साधारण जॉगिंग या रनिंग में 1000 कदम से हम जितनी कैलोरी घटाते हैं उससे कहीं ज्यादा पीछे की ओर मात्र 100 कदम दौड़ने से घटाते हैं।
मांसपेशियां मज़बूत होंगी
आगे की ओर दौड़ने से हमारे घुटनों पर अधिक जोड़ पड़ता है और कई बार हम घुटनों की दर्द से परेशान हो जाते हैं। लेकिन पीछे की ओर भागने से हमारी पिंडली और जांघों की मांसपेशियों में मज़बूती आती है।
अमूमन हम जब भी बीमार होते हैं या किसी तरह के चोट से पीड़ित रहते हैं तो रनिंग और जॉगिंग सब बंद करना पड़ता है। लेकिन आपको ये जानकर ताज्जुब होगा कि बैकपेन या ज्वाइंट्स पेन में भी आप बैकवर्ड रनिंग बरकरार रख सकते हैं।
अक्सर लोग रनिंग और जॉगिंग करते समय थकने के बाद आगे की ओर झुककर भागने लगते हैं औऱ इससे हमारी पीठ और कमर पर बुरा असर पड़ता है। पर पीछे की ओर दौड़ते समय हमारे शरीर की दशा बिल्कुल सीधी होती है जिससे पीठ और कमर में दर्द की समस्या नहीं होती।
इन सब फायदों के साथ हम आपको बैकवर्ड रनिंग के दौरान होने वाले नुकसान के बारे में भी बता रहे हैं ताकि जाने-अनजाने में आप अपनी सेहत को नुकसान न पहुंचा लें। सबसे मुख्य कारण है कि पीछे की ओर दौड़ने से आप अपने रास्ते में आने वाले खतरों से अनजान होते हैं इसलिए आपको ज़रूरत से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। आप अपनी गर्दन को घुमाकर पीछे भागने में मदद ले सकते हैं पर लंबे समय तक ऐसा करने से आपको गर्दन में दर्द की शिकायत हो सकती है। साथ ही पीछे की ओऱ भागने के क्रम में पैर लड़खड़ाने, किसी वस्तु से टकराने या गड्ढे में गिरने का डर होता है।
इन खतरों से बचने के लिए दौड़ने की जगह पहले पीछे की ओर चलने का अभ्यास करें। अपने घुटनों को ज्यादा उपर उठाने की कोशिश न करें औऱ ट्रैक पर ही दौड़े ताकि आप अनजाने खतरों से बेफिक्र होकर दौड़ सकें। हमने आपको बैकवर्ड रनिंग के फायदे-नुकसान दोनों बता दिए अब निर्णय आपके हाथ में है कि आप किसे अपनाते हैं।
ज्यादा कैलोरी बर्न करें
साधारण जॉगिंग या रनिंग में 1000 कदम से हम जितनी कैलोरी घटाते हैं उससे कहीं ज्यादा पीछे की ओर मात्र 100 कदम दौड़ने से घटाते हैं।
मांसपेशियां मज़बूत होंगी
आगे की ओर दौड़ने से हमारे घुटनों पर अधिक जोड़ पड़ता है और कई बार हम घुटनों की दर्द से परेशान हो जाते हैं। लेकिन पीछे की ओर भागने से हमारी पिंडली और जांघों की मांसपेशियों में मज़बूती आती है।
चोट लगी हो तो भी भागें
अमूमन हम जब भी बीमार होते हैं या किसी तरह के चोट से पीड़ित रहते हैं तो रनिंग और जॉगिंग सब बंद करना पड़ता है। लेकिन आपको ये जानकर ताज्जुब होगा कि बैकपेन या ज्वाइंट्स पेन में भी आप बैकवर्ड रनिंग बरकरार रख सकते हैं।
शारीरिक दशा ठीक होगी
अक्सर लोग रनिंग और जॉगिंग करते समय थकने के बाद आगे की ओर झुककर भागने लगते हैं औऱ इससे हमारी पीठ और कमर पर बुरा असर पड़ता है। पर पीछे की ओर दौड़ते समय हमारे शरीर की दशा बिल्कुल सीधी होती है जिससे पीठ और कमर में दर्द की समस्या नहीं होती।
फायदों के साथ हो सकते हैं नुकसान
इन सब फायदों के साथ हम आपको बैकवर्ड रनिंग के दौरान होने वाले नुकसान के बारे में भी बता रहे हैं ताकि जाने-अनजाने में आप अपनी सेहत को नुकसान न पहुंचा लें। सबसे मुख्य कारण है कि पीछे की ओर दौड़ने से आप अपने रास्ते में आने वाले खतरों से अनजान होते हैं इसलिए आपको ज़रूरत से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। आप अपनी गर्दन को घुमाकर पीछे भागने में मदद ले सकते हैं पर लंबे समय तक ऐसा करने से आपको गर्दन में दर्द की शिकायत हो सकती है। साथ ही पीछे की ओऱ भागने के क्रम में पैर लड़खड़ाने, किसी वस्तु से टकराने या गड्ढे में गिरने का डर होता है।
इन खतरों से बचने के लिए दौड़ने की जगह पहले पीछे की ओर चलने का अभ्यास करें। अपने घुटनों को ज्यादा उपर उठाने की कोशिश न करें औऱ ट्रैक पर ही दौड़े ताकि आप अनजाने खतरों से बेफिक्र होकर दौड़ सकें। हमने आपको बैकवर्ड रनिंग के फायदे-नुकसान दोनों बता दिए अब निर्णय आपके हाथ में है कि आप किसे अपनाते हैं।