अगर डायबिटीज के मरीज हैं, तो बाहर के खाने को कहें 'नो'

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर को खोखला बना देती है। डायबिटीज न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक बीमारी मानी जाती है। डायबिटीज ऐसा रोग है जो सीधे तौर पर हमारे लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ है। हालांकि एक बड़ी संख्या ऐसी भी है जिसे ये रोग जेनिटिक फैलता है। लेकिन अगर लाइफस्टाइल में सुरक्षा बरती जाए तो इस रोग को मात दी जा सकती है। लेकिन आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित खानपान और तनाव भरे जीवने के चलते अधिकतर लोगों का लाइफस्टाल बिगड़ा हुआ है। आॅफिस की भागदौड़ की वजह से लोग बाहर का खाना खाने को मजबूर हैं। लेकिन फास्टफूड डायबिटीज के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदेह है।


बाहर का खाना खाने से न सिर्फ आपके पेट के आस-पास चर्बी बढ़ती है, बल्कि डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। यह बात एक नए शोध से सामने आई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग अक्सर बाहर का खाना खाते हैं, खासतौर से फास्ट फूड, उनमें टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। रिसर्च के अनुसार चिंता की बात यह है कि बाहर का खाना खाने पर ऊर्जा तो भरपूर मिलती है, लेकिन पोषण नहीं मिलता है। जिससे वजन बढ़ जाता है और इसी का नतीजा है कि टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
इस शोध के निष्कर्षों से पता चलता है कि जो लोग हफ्ते में पांच से सात बार घर का बना रात का खाना खाते हैं, उनमें हफ्ते में दो या उससे कम बार खाना खानेवालों के मुकाबले टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 15 फीसदी कम होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि डायबिटीज से बचने के लिए व्यवहार में बदलाव, खान-पान में सुधार और व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। लेकिन इस शोध के बाद अब इसमें घर का बना खाना खाने की सलाह भी जुड़ गया है।


डायबिटीज के शुरुआती लक्षण

  • आंखों की रोशनी लगातार कम होना।
  • वजन बार-बार बढ़ना या कम होना।
  • हर समय कमजोरी महसूस होना।
  • चोट लगने पर जल्दी ठीक न होना।
  • त्वचा के रोग होना।
  • भूख बहुत ज्यादा बढ़ जाना।