इन 8 घरेलू नुस्खों से प्राकृतिक रूप से दूर करें जोड़ों का दर्द



जोड़ों का दर्द
उम्र बढ़ने के साथ-साथ अक्‍सर जोड़ों की शिकायत होने लगती है। ये दर्द आपके कंधे, घुटने, कमर कहीं पर भी हो सकता है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना होता है। दर्द ज्‍यादा बढ़ जाने पर दवाई लेने के अलावा कोई और रास्‍ता नहीं रह जाता। लेकिन कई बार मंहगी दवाओं पर पैसा खर्च कर देने से हमारे शरीर को नुकसान हो सकता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि कुछ आसान घरेलू उपाय अपनाकर आप जोड़ों के दर्द से मुक्ति पा सकते हैं, वह भी बिना किसी साइड इफेक्ट के। 


मसाज
बदलते मौसम में खासकर ठंड के मौसम में जोड़ों में असहनीय दर्द होता है। इस दर्द से मसाज थैरेपी बहुत आराम पहुंचाती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर और जलन दूर होती है। अगर नियमित रूप से मसाज की जाएं जो जोड़ों का दर्द कम हो जाता है। मसाज के लिए आप गर्म नारियल, सरसो या जैतून के तेल का इस्तेमाल करें। 


मेथी दाना
मेथी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं। जिसके कारण जोड़ों के दर्द में राहत के लिए एक अच्छा उपाय माना जाता है। यह गठिया से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से लाभप्रद है। इसके लिए रोजाना सुबह एक चम्मच मेथी को गुनगुने पानी के साथ ले लें। लेकिन ध्‍यान रहें इसकी प्रवृति गर्म होने के कारण बवासीर की समस्‍या से ग्रस्‍त लोगों को इसकी आधा चम्‍मच को रात को पानी में भिगोने के बाद सुबह लेना चाहिए। 


हल्दी
हल्दी जोड़ों के दर्द में राहत का बहुत ही शानदार आयुर्वेदिक उपाय है। इसमें एंटी इंफ्लेमेंटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण के साथ करक्यूमिन नामक एक सक्रिय घटक पाया जाता है। 2009 में अल्टरनेटिव एंड कॉम्प्लिमेंटरी मेडिसिन में प्रकाशित शोध के अनुसार हल्‍दी में पाया जाना वाला तत्‍व करक्‍यूमिन घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द में ब्रूफेन की तरह प्रभावी होता है। इसके लिए एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी और थोड़ा सा शहद डाल के कुछ दिनों तक लें। 


सेंधा नमक
सेंधा नमक जिसे मैग्निशियम सल्फेट भी कहते हैं। सेंधा नमक से स्नान त्वचा के माध्यम से मैग्नीशियम के अवशोषण को आसान बनाता है। और जोड़ों का दर्द अक्सर मैग्नीशियम के निम्न स्तर के साथ जुड़ा होता है। इसके अलावा मैग्‍नीशियम कोशिकाओं में सूजन और डिटॉक्सीफिकेशन करने में मदद करता है। इसके लिए गुनगुने पानी की बाल्‍टी में दो कप सेंधा नमक मिला लें। फिर इसमें दर्द वाले अंग को लगभग 20 मिनट के लिए डूबाएं। जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए आराम आने तक एक सप्‍ताह में तीन बार इस उपाय को दोहराये। 


लहसुन
लहसुन में सल्फर और सेलेनियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। सल्फर और सेलेनियम जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाने में मददगार होता हैं। शोध के अनुसार, सेलेनियम का एंटी-रूमेटिक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, गठिया के रोगियों के रक्त में सेलेनियम के निम्‍न स्‍तर को दूर करने में मदद करता है। जोड़ों की समस्‍या होने पर लहसुन को अपने आहार में शामिल करें या सुबह खाली पेट लहुसन की एक कली को नियमित रूप से खाने से भी लाभ होता है।  


सेब का सिरका
सेब का सिरका मैग्‍नेशियम, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे मिनरल का समृद्ध स्रोत है। यह जोड़ों और संयाजी ऊतक में मौजूद विषाक्त पदार्थो को बाहर निकाल, जोड़ों के दर्द से राहत पहुंचाता है। जोड़ों में दर्द होने पर आप  एक कप गर्म पानी में एक चम्मच सेब का विनेगर और थोड़ा सा शहद मिलाकर लें। इसे खाने से पहले लेना ज्यादा बेहतर है।

लाल मिर्च
लाल मिर्च जोड़ों में दर्द का सबसे अच्‍छा प्राकृतिक उपाय है। लाल मिर्च में प्राकृतिक दर्दनिवारक या दर्द से राहत देने वाले गुणों वाला कैप्‍सेसिन नामक यौगिक होता है। 2010 में थाईलैंड के मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक अध्‍ययन के अनुसार, लगभग 0.0125 प्रतिशत कैप्‍सेसिन से युक्त जेल को घुटने पर लगाने से ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ि‍त महिलाओं को काफी राहत मिलती है। इसके लिए डेढ़ कप नारियल तेल को हल्का गर्म करें और उसमें 2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर मिला लें। फिर इस मिश्रण को दर्द वाली जगह पर लगाएं। 20 मिनट बाद इसे धो लें।


अदरक
अदरक के रस में सूजन को कम करने की शक्ति अत्यधिक मात्रा में होती है और यह उन लोगों के लिए वरदान की तरह है, जो जोड़ों के दर्द और सूजन से परेशान हैं। अदरक के रस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह खून को साफ करने वाले खास गुण होते हैं जो शरीर में ताजे रक्त के प्रवाह को बढ़ाते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग अदरक के रस का उपयोग नियमित तौर पर करते हैं उन्हें जोड़ों में सूजन और दर्द पैदा करने वाली बीमारियां परेशान नहीं करतीं। अदरक की चाय पीने और अदरक को अपनी डाइट में शामिल करने से भी जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। इसके अलावा अदरक, हल्दी और मेथी पाउडर को बराबर मात्रा में लेकर मिश्रण बना लें और सुबह-शाम रोज एक चम्मच लें।